अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) ने ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है। APSEZ की सब्सिडियरी कंपनी दिघी पोर्ट लिमिटेड (DPL) ने मदरसन के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की है, जिसके बाद दिघी पोर्ट हर साल 200,000 कारों को हैंडल करने के लिए तैयार हो गया है।
दिघी पोर्ट बनेगा नया ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट टर्मिनल
यह नई पार्टनरशिप दिघी पोर्ट को मुंबई और पुणे के बीच स्थित ऑटोमोबाइल बेल्ट से एक्सपोर्ट करने वालों के लिए एक प्रमुख हब बना देगी।
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मेक इन इंडिया को सपोर्ट: APSEZ के $15$ स्ट्रेटेजिक पोर्ट्स में से एक के तौर पर, दिघी अब 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत भारत की ऑटोमोटिव ग्रोथ स्टोरी को सपोर्ट करने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए तैयार है।
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उद्देश्य: इस विस्तार का लक्ष्य ग्लोबल मार्केट के लिए गाड़ियों का बिना रुकावट एक्सपोर्ट और इंपोर्ट सुनिश्चित करना है।
ऑटो एक्सपोर्ट के लिए विशेष फैसिलिटी
APSEZ ने एक बयान में बताया कि यह साझेदारी मदरसन ने अपने जॉइंट वेंचर संवर्धन मदरसन हमाक्योरेक्स इंजीनियर्ड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (SAMRX) के जरिए की है।
इस पार्टनरशिप पर टिप्पणी करते हुए, अडाणी पोर्ट्स एंड SEZ के CEO और होल-टाइम डायरेक्टर अश्विनी गुप्ता ने कहा:
"APSEZ की इंटीग्रेटेड इंफ्रास्ट्रक्चर क्षमताओं को मदरसन की एक्सपर्टीज के साथ मिलाकर, हम पूरे देश में गाड़ियों की आवाजाही के लिए एक आसान और मजबूत नेटवर्क बना रहे हैं।"
दिघी पोर्ट की रणनीतिक स्थिति
दिघी पोर्ट पश्चिमी तट पर रणनीतिक रूप से स्थित है, जो इसे महाराष्ट्र के भीतरी इलाकों (Landlocked Industrial Corridor) के लिए एक महत्वपूर्ण गेटवे बनाता है।
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पश्चिमी तट पर विशेष उपस्थिति: पोर्ट महाराष्ट्र के लैंडलॉक्ड इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और हार्टलैंड के लिए एक गेटवे का काम करता है।
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मल्टी-कार्गो हैंडलिंग: दिघी पोर्ट सीधी बर्थिंग सुविधाओं और बेहतरीन सड़क संपर्क से लैस है।
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क्षमता: यह पोर्ट तेल, केमिकल, कंटेनर और बल्क कार्गो को अच्छे से संभालने के लिए तैयार है। इसके अलावा, यह कमोडिटी स्टोरेज के लिए बंद वेयरहाउस, टैंक फार्म और खुले स्टॉकयार्ड भी प्रदान करता है।
मदरसन के साथ यह साझेदारी दिघी पोर्ट की बहु-कार्गो हैंडलिंग क्षमता को मजबूत करेगी और भारत को एक वैश्विक विनिर्माण और निर्यात केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।