मध्य प्रदेश के सागर जिले में बुधवार सुबह एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। नेशनल हाईवे-44 पर बांदरी के पास कंटेनर और पुलिस के BDDS (बम निरोधक दस्ते) वाहन में आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि पुलिस वाहन के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार चार जवानों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल है। यह दल नक्सल विरोधी अभियान की ड्यूटी पूरी कर बालाघाट से मुरैना लौट रहा था।
तेज रफ्तार कंटेनर से भिड़े पुलिस के BDDS वाहन
सूचना के अनुसार, BDDS टीम अपने डॉग स्क्वॉड और वाहन क्रमांक MP 03 AA 4883 के साथ सागर हाईवे से गुजर रही थी। इसी दौरान बांदरी के पास झिंझनी घाटी पर सामने से आ रहे तेज रफ्तार कंटेनर ने पुलिस वाहन को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी खतरनाक थी कि पुलिस वाहन पूरी तरह चकनाचूर हो गया। हादसे के बाद हाईवे पर लंबा जाम भी लग गया।
मलबे में फंसे जवान, जेसीबी से काटकर निकाले शव
टक्कर के बाद BDDS वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह दब गया, जिससे ड्राइवर समेत जवान अंदर ही फंस गए। स्थानीय पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचा और जेसीबी की मदद से वाहन की बॉडी काटकर जवानों के शव बाहर निकाले गए। हादसा इतना गंभीर था कि वाहन का ढांचा पहचान में नहीं आ रहा था। पुलिस ने शवों को बांदरी के अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
मृतकों और घायल जवान की पहचान
जांच के बाद मृत जवानों की पहचान इस प्रकार हुई—
वहीं, गंभीर रूप से घायल जवान आरक्षक राजीव चौहान (मुरैना) का इलाज अस्पताल में जारी है। राहत की बात यह रही कि BDDS टीम का डॉग इस हादसे में सुरक्षित है।
नक्सल विरोधी ड्यूटी से लौट रहे थे जवान
BDDS टीम बीते दिनों बालाघाट जिले में नक्सल विरोधी अभियान के तहत ड्यूटी पर थी। ऑपरेशन पूरा करने के बाद वे मुरैना वापस लौट रहे थे। इसी दौरान यह दर्दनाक हादसा सामने आया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कंटेनर ड्राइवर की रफ्तार ज्यादा होने के कारण संतुलन बिगड़ा और सीधी भिड़ंत हो गई।
CM मोहन यादव ने जताया दुख
हादसे पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा—“आज सागर जिले में नक्सल विरोधी अभियान से लौट रहे 4 पुलिसकर्मियों का सड़क दुर्घटना में निधन होना अत्यंत दुखद है। दिवंगत जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।” इसके साथ ही सीएम ने घायल जवान के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और संबंधित अधिकारियों को त्वरित सहायता व आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
जांच के आदेश, कंटेनर चालक की तलाश
हादसे के बाद पुलिस ने हाईवे का निरीक्षण किया और कंटेनर चालक की तलाश शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग को हादसे का कारण माना जा रहा है। घटना ने सुरक्षा व्यवस्थाओं और हाईवे पर भारी वाहनों की स्पीड नियंत्रण को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।