क्राइस्टचर्च: न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच हैगली ओवल में खेला गया पहला टेस्ट मैच आखिरी दिन तक रोमांचक रहा, जहाँ वेस्टइंडीज ने 531 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए हार को टाल दिया और अविश्वसनीय रूप से मैच ड्रॉ करा लिया। यह वेस्टइंडीज टीम के जुझारूपन की कहानी है, जिसने 100 रन के भीतर चार विकेट गंवाने के बावजूद, खुद को बचाने के लिए ऐतिहासिक लड़ाई लड़ी।
न्यूजीलैंड का विशाल लक्ष्य और शुरुआती झटका
मैच की शुरुआत में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 231 रन बनाए, जवाब में वेस्टइंडीज मात्र 167 रन पर सिमट गई। 64 रन की बढ़त के साथ, न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में शानदार प्रदर्शन किया। कप्तान टॉम लैथम (145) और युवा सनसनी रचिन रवींद्र (176) के शतकों की बदौलत टीम ने 457 रन बनाकर पारी घोषित की। वेस्टइंडीज को जीत के लिए 531 रनों का लगभग असंभव लक्ष्य मिला। जवाब में, वेस्टइंडीज की शुरुआत बेहद खराब रही। जॉन कैम्पबेल, तेजनारायण चंद्रपॉल, एलिक एथनेज और रोस्टन चेज सस्ते में पवेलियन लौट गए। महज 72 रन पर 4 विकेट गिर चुके थे और न्यूजीलैंड की जीत लगभग तय लग रही थी।
होप और ग्रीव्स की ऐतिहासिक साझेदारी
संकट के उस दौर में, अनुभवी शे होप और युवा जस्टिन ग्रीव्स ने मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर एक शानदार, जुझारू साझेदारी को अंजाम दिया। दोनों के बीच 196 रनों की शानदार साझेदारी हुई, जिसने वेस्टइंडीज को मैच में वापस ला दिया। होप ने 140 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर टीम की उम्मीदें बनाए रखीं, लेकिन उनके आउट होने के बाद भी चुनौती समाप्त नहीं हुई थी।
रोच का संयम और ग्रीव्स का दोहरा शतक
शे होप के आउट होने के बाद, जस्टिन ग्रीव्स ने हार नहीं मानी। उन्हें 37 वर्षीय अनुभवी तेज गेंदबाज केमार रोच का शानदार साथ मिला। रोच ने दिखाया कि टेस्ट क्रिकेट में धैर्य का क्या महत्व है; उन्होंने विकेट पर टिके रहने के लिए 233 गेंदों का सामना किया। एक समय ऐसा भी आया जब वेस्टइंडीज को जीत के लिए केवल 96 रन की दरकार थी, लेकिन दोनों ने समझदारी दिखाते हुए जोखिम नहीं लिया और मैच को ड्रॉ कराने का फैसला किया।
जस्टिन ग्रीव्स ने नाबाद 202 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली, जबकि केमार रोच ने नाबाद 58 रन बनाए। इस संघर्ष ने एक हारे हुए मैच को ड्रॉ में बदल दिया, जिसने विंडीज टीम की लाज बचाई। इस अविश्वसनीय प्रदर्शन और वेस्टइंडीज की लाज बचाने के लिए जस्टिन ग्रीव्स को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब दिया गया, जिसकी बदौलत यह सीरीज अब 0-0 की बराबरी पर है।