चंडीगढ़ न्यूज डेस्क: चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लगातार तीसरे दिन भी हालात नहीं संभल पाए। कई फ्लाइट्स रद्द होने और देरी से उड़ान भरने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। खासकर दिल्ली जाने वाली उड़ानें पूरी तरह बंद होने से लोगों को मजबूरन सड़क मार्ग से जाना पड़ा। जब कोई फ्लाइट ही नहीं, तो लोगों ने कैब का सहारा लिया — और यही कैब किराया उनकी जेब पर भारी पड़ गया।
आम दिनों में 5-6 हजार में मिलने वाली एकतरफा टैक्सी शुक्रवार को 8-10 हजार रुपये तक में बुक करनी पड़ी। अंतरराष्ट्रीय उड़ान पकड़ने वालों की तो मुश्किलें दो गुनी हो गईं। कनाडा जा रहे अरुण और नैना ने बताया कि फ्लाइट रद्द होने पर उनके पास सिर्फ टैक्सी ही विकल्प था और दिल्ली तक पहुंचने के लिए उन्हें 10 हजार रुपये चुकाने पड़े। वे बोले — “पिछले हफ्ते हमारे दोस्त 5,500 में गए थे… इस बार दोगुना देना पड़ा।”
चंडीगढ़ एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार को कुल 17 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिनमें दिल्ली, कोलकाता, गोवा, पटना, बेंगलुरु, मुंबई, श्रीनगर और धर्मशाला रूट शामिल रहे। वहीं एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की कुछ उड़ानें 30 मिनट से लेकर करीब 5 घंटे तक लेट चलीं। जिसके कारण लोग एयरपोर्ट पर घंटों लाइन में फंसे रहे और चिंता में इधर-उधर जानकारी जुटाते रहे।
कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइन को जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा कि समय पर सूचना तक नहीं दी जाती। स्थिति बिगड़ती देख कई लोगों ने फ्लाइट पकड़ने की कोशिश ही छोड़ दी और सीधे रोड ट्रिप का फैसला कर लिया। उधर टैक्सी ऑपरेटरों ने मांग बढ़ते ही किराया भी बढ़ा दिया। लगातार 3 दिन की इस परेशानी को देखते हुए इंडिगो ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी और यात्रियों से सहयोग की अपील की।